देहरा उपचुनाव होगा रद्द !
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दो बार विधायक रहे और भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह, मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने चुनाव आचार संहिता के मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
क्या सीबीआई जांच करेगी
क्या कमलेश कुमारी का चुनाव आचार संहिता के चलते रद्द होगा
विभिन्न महिला मंडलों को बांटे गए हैं 50-50 हजार देहरा उपचुनाव
65 महिला मंडलों को धनराशि बांटने का है आरोप
देहरा। सतीश शर्मा विट्टू।
देवभूमि हिमाचल के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी द्वारा देहरा उपचुनाव में होशियार सिंह ने जो भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी थे आरोप लगाए हैं कि मुख्यमंत्री सुखविंदर की धर्मपत्नी कमलेश कुमारी को चुनाव में जीत दर्ज करवाने के लिए देहरा के विभिन्न महिला मंडलों को 50-50000 की राशि आचार संहिता के दौरान उनके खातों में डाली गई जो आचार संहिता का सारे आम धज्जियां उड़ाई गई है। इस बारे में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल को भी शिकायत भेजी गई है तथा होशियार सिंह ने इस मामले में सीबीआई जांच करवाने का भी मामला उठाया है। सीबीआई जांच करेगी अथवा राज्यपाल इस पर कोई फैसला लेंगे देखने वाली बात यह है। हिमाचल विधानसभा में उपचुनाव में एक नया रिकॉर्ड बना है किसी मुख्यमंत्री की पत्नी पहली बार विधानसभा में चुनाव जीत कर पहुंची है। उनकी जीत का सेहरा मुख्यमंत्री सुखविंदर के सिर बंधा हुआ है। इस मामले में पूरे प्रदेश में भाजपा की किरकिरी भी हुई है। भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक ही चुनाव जीत पाए हैं जो कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं जबकि आजाद विधायक हमीरपुर से आशीष शर्मा चुनाव जीते हैं। इस पूरे प्रकरण में विभिन्न कांग्रेस के विधायक दविंदर भुट्टो आजाद विधायक होशियार सिंह तथा चार अन्य चुनाव हार गए हैं। होशियार सिंह के हाथ जो मामला लगा है उस मामले में सीबीआई जांच का विषय भी बनाया गया है। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है तथा भारतीय जनता पार्टी इस मामले में अगर निष्पक्ष जांच करवाती है तो हिमाचल प्रदेश में एक और उपचुनाव हो सकता है जिसकी संभावनाएं व्यक्त की जा रही है। देश के लिए एक नया उदाहरण स्थापित होगा अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच कर परिणाम जनता के सामने आते हैं। ऐसा नहीं है कि भाजपा में होशियार सिंह के साथ सभी इस मामले में इसी प्रकार की राय रखते हैं। हमने निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए भारतीय जनता पार्टी के कई कार्यकर्ताओं नेताओं के साथ बातचीत की है उनका साफ कहना है कि चुनाव चुनाव आयोग करवाता है चुनाव आयोग का जो भी फैसला आता है उसमें अधिकतर फैसला चुनाव आयोग द्वारा दिए गए फैसलों पर ही निर्भर होते हैं। कमलेश कुमारी का मायका कांगड़ा जिला में है तथा कांगड़ा जिला में ही देहरा विधानसभा क्षेत्र आता है। इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के कई पुराने कर्मठ कार्यकर्ता भी होशियार सिंह को साइड लाइन लगाना चाहते थे उसी का परिणाम है होशियार सिंह की हार।
समाचार संकलन में विभिन्न लोगों के साथ बातचीत की गई है लोगों का यहां तक कहना है कि जब तक सीबीआई तथा राज्यपाल का फैसला आएगा तब तक अगला विधानसभा चुनाव भी संपन्न हो जाएगा फिर फैसला जो भी आए। देहरा का भाग्य कमलेश के भाग्य के साथ जुड़ा हुआ है देहरा को एक समय कहा जाता था देहरा कोई नहीं तेरा
आज वहां नारा लगता है मुख्यमंत्री ने दिए हैं सुखविंदर सिंह ने देहरा मेरा।