विश्व विख्यात शक्ति पीठ ज्वालामुखी मंदिर के मुख्य मंदिर गेट के साथ ही कूड़े को डंपिंग किया जा रहा
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ज्वालामुखी जी 14अप्रैल(पंकज सोनी)

विश्व विख्यात शक्ति पीठ ज्वालामुखी मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर लंबे समय से कूड़े का ढेर लगा रहता है, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को दुर्गंध और गंदगी की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति न केवल पर्यावरण को प्रभावित कर रही है, बल्कि मंदिर की प्रतिष्ठा और दर्शन के अनुभव को भी खराब कर रही है।मंदिर प्रबंधन का कहना है कि मंदिर परिसर से निकलने वाला सारा कूड़ा मुख्य गेट के पास इकट्ठा किया जाता है, जिसे नगर परिषद की गाड़ी द्वारा सुबह 7 से 8 बजे के बीच उठाया जाता है। जबकि मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए सुबह 5 बजे ही खोल दिए जाते हैं। इस अंतराल में गेट के पास पड़ा कूड़ा श्रद्धालुओं को असुविधा और बदबू का कारण बनता है।प्रशासन ने यह भी कहा है कि वे जल्द ही इस व्यवस्था में सुधार लाएंगे और कूड़ा एकत्र करने व उठाने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए वैकल्पिक योजना पर काम कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर मंदिर प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले श्रदालुओं के लिए दी जा रही सुविधाएं ना काफी साबित हो रही है | करोड़ों रूपये की आय वाले विश्व विख्यात शक्ति पीठ ज्वालामुखी मंदिर के मुख्य मंदिर गेट के साथ ही कूड़े को डंपिंग किया जा रहा है जो कि श्रद्धालुओं की भावनाओं के साथ सीधा सीधा आघात होता दिख रहा है | इस कूड़े के डंप को ढकने के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा टेंट की कनात का इस्तेमाल किया गया है | इसमें सबसे बड़ी बात यह है की इस कूड़े के डंप के कुछ दूरी पर ही मंदिर अधिकारी का कार्यालय भी है | वहीं मंदिर प्रशासन के श्रदालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं के प्रति किये वादे खोखले होते सावित हो रहे है | वहीं दूसरी और सीनियर सिटीजन श्रदालुओं के मंदिर प्रशासन की और से कोई भी बिशेष प्रवन्ध नहीं किये गये है बुजुर्ग लोगों को भी माँ की पवित्र ज्योतियों के दर्शनों के लिए घंटो लाइनों में खड़ा होना पड़ता है | आपको बता दें कि विश्व शक्तिपीठ मंदिर होने के नाते यहां पर देश-विदेश से श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी होने पऱ यहां पहुंचते है | शहर के बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है की मंदिर प्रशासन को चाहिए की कूड़े को मुख्य गेट के साथ डंप ना किया व इसके लिए अलग से स्थान चिन्हित किया जाये जिससे की बाहर से आने वाले श्रदालुओं की भावनाओं को किसी तरह की ठेस ना पहुँचे |
सम्पूर्ण श्रद्धालुओं की आस्था और सुविधा को ध्यान में रखते हुए, मंदिर प्रशासन को स्वच्छता और सुव्यवस्था के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि ज्वालामुखी मंदिर एक आदर्श धार्मिक स्थल के रूप में सबके सामने प्रस्तुत हो सके।
मंदिर अधिकारी मनोहर लाल शर्मा का कहना है
की कूड़े को यहां रखा जाता है व नगर परिषद के सफाई कर्मचारी इसे उठाते है उन्होंने माना की श्रदांलुओं को असुविधा होती है व इसमें जल्दी ही सुधार किया जायेगा जिससे की श्रदालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो|